Translate

Thursday 30 November 2017

लड़कियों की जिंदगी

एक पथरीली डगर हैं लड़केियों की जिन्दगी
गर्म तप्ती दोपहर हैं लड़कियों की जिन्दगी

रास्ते का कुछ पता हेै और न मंजिल की खबर
एक अनजान सफर हैं लडकियों की जिन्दगी

जिस को पढऩे को बेताब हैं हर आदमी
आज की ताजा खबर है लडकियों की जिन्दगी

जाने किस पत्थर से चकनाचूूूर हो जाऐ वजूद
ऐसा इक काँच का घर है लडकियों की जिन्दगी

हो कोई अग्नि परीक्षा या शतरंजी बिसात
हर सदी मे दाँव पर है लडकियों की जिन्दगी
©®@शकुंतला
फैजाबाद

कहाँ खो गई हो तुम

कहाँ खो गई हो तुम.... आज भी मेरी नज़रे तुम्हें तलाशती हैं....... वो मासूम सी बच्ची खो गई कही जिम्मदारियों के बोझ से , चेहरे की रौनक, आँखों की...