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Monday 24 January 2022

मासी मम्मा

सच ही कहा है किसी ने ....
मेरे घर आई एक नन्ही परी.....
सच में तुम परी ही तो हो...
तुम क्या आई मेरे जीवन में 
जीवन की दिशा ही बदल गई
मां से बढ़कर तो नही
पर मासी का ये रिश्ता होता हैं 
बड़ा ही प्यारा सा दुलारा सा
नन्हें नन्हें कदमों से 
प्यारी प्यारी खुशियां लाई तुम
घर अंगना हमारे
तेरी एक हंसी पर 
न्यौछार मेरी सारी खुशियां
तेरे मांगने पहले ही रख दू 
तेरी प्यारी प्यारी तोतली सी बातें
कर देती हैं दिल प्रफुलित
हर लेती हैं दिल का हर दर्द
भूल जाती हूं तुझे देख अपने सारे गम
तेरे प्यारे प्यारे मुख से 
मासी मम्मा........ सुनकर
मन का मयूर नृत्य करने लगता हैं
और आत्म की तृप्ति हो जाती हैं
तुझमें ही हम सबकी जान बसती हैं
जब भी तुम आती हो घर में
हम भी जी लेते हैं बचपन अपना
तुझे देख तेरे नाना भी हो जाते हैं मगन 
रंग जाते हैं तेरे ही रंग में
कभी तू सबको डांस सिखाती हैं
तो कभी तू बनकर डॉक्टर
करती हैं हमारे दुखो को 
दूर हटाने का इलाज़
जब तू जाती है घर से 
रहता है इंतजार सभी को 
आने वाले इतवार का
तेरे प्यारे से मुखड़े को 
जब भी निहारती हूं
तब आत्मा से निकलती हैं यही दुआ
तू हर पल यूंही रहे मुस्काती
लग जाए तुझे मेरी भी उमर
न तुझे लगे किसी की नज़र
तू पढ़े लिखे आगे बढ़े 
जीवन में उन्नति करे और 
तू अपने मां पापा का नाम 
आकाश की ऊंचाईयों तक रौशन करे 
और मेरे जीवन के आख़री पल में
तू मेरी आंखो के सामने रहे....
मेरी चूहियां मेरी आराध्या
शकुन्तला 
अयोध्या(फैज़ाबाद)



बेटीयां

मां-पिता के लिए औलाद ही नहीं आशीर्वाद होती हैं बेटियां 
हर मां की जान पिता का स्वाभिमान होती हैं बेटियां
भाई की कलाई पर रेशमी धागों का प्यार बुनती हैं बेटियां
दादा की लाठी तो दादी की दुलारी होती हैं बेटियां
नाना की मुनिया तो नानी की लाडली होती हैं बेटियां
हर घर की खुशहाली और जीने की वजह होती हैं बेटियां
घर में हो झगड़ा तो बड़ी समझदारी से सुलझाती है बेटियां
जीवन की हर मुश्किल घड़ी में साथ निभाती हैं बेटियां
भाई की खुशी के लिए अपने हक भी छोड़ देती हैं बेटियां
पिता के सम्मान के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर कर देती हैं बेटियां
अपने बचपन को छोड़ मायके से विदा हो दूसरे के घर की इज्जत बन जाती हैं बेटियां
ईश्वर से दुआ करती हूं हर पल मुस्कुराती खिलखिलाती रहे ये बेटियां 
शकुन्तला 
(अयोध्या)फैज़ाबाद

कहाँ खो गई हो तुम

कहाँ खो गई हो तुम.... आज भी मेरी नज़रे तुम्हें तलाशती हैं....... वो मासूम सी बच्ची खो गई कही जिम्मदारियों के बोझ से , चेहरे की रौनक, आँखों की...